अगली बार
जब तुम मुझसे मिलना
तन नहीं
तुम अंतर्मन हो जाना
तेरा एहसास
बन जाए मेरी साँस
इतनी तुम सघन हो जाना
अगली बार
जब तुम मुझसे मिलना
जब तुम मुझसे मिलना
मुझे पहचानना मत
मत करना कोई वायदा
मत छूना मुझे छुवन से
गुजरने देना मुझे
अनजानी चुभन से
अगली बार
जब मुझसे मिलना
जब मुझसे मिलना
तुम अगन हो जाना
परिंदों सा
मैं जलना चाहता हूँ
तुम्हारी सपन पलकों पर रख
कुछ कदम चलना चाहता हूँ
या शायद
लड़खड़ाते कदमों के बल
मैं संभलना चाहता हूँ
अगली बार
जब तुम मुझसे मिलना ---
जब तुम मुझसे मिलना ---
18 टिप्पणियां:
dil ki baat hai, dil se achchi lagi. Likhte rahe.
सरस्वती की कृपा है सर आप पर। लिखते रहिए और हमें पढऩे का मौका देते रहिए।
"तेरा एहसास
बन जाए मेरी साँस
तुम इतनी
सघन हो जाना"
बहुत प्यारे से एहसासों से भरी सुंदर कृति... :)
आभार
काफी महसूसियत से लिखी गयी कविता । अभिव्यक्ति खूबसूरत है । धन्यवाद ।
तेरा एहसास बन जाये मेरी साँस
इतनी तुम सघन हो जाना अगली बार...
बेहतरीन
बहुत गजब!!
पहले तो मैं आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती हूँ आपकी सुंदर टिपण्णी के लिए!
मैं पेंटिंग करती हूँ इसलिए शायरी के साथ साथ अपनी बनाई हुई पेंटिंग देती हूँ ताकि और बेहतर लगे!
मुझे इसका मतलब समझ में नहीं आया "कृपया उचित समझे तो कमेंट के लिये फुल पेज़ का आप्शन चुने."
बहुत ख़ूबसूरत कविता लिखा है आपने जो काबिले तारीफ है!
behtreen jazbaat......shuru ki lines hi itni shandar hain ki milan ki chah ko poori tarah bayan kar jati hain aur wo bhi us milan ki jahan do na rahein ek ho jayein........ek doosre ke jazbaaton ko bina kahe jaan jaye.......kya khoob likha hai.
Hi!
U really had a great talent.
Keep writing the same.
Best Wishes!
http://ultimatechange.wordpress.com/
अगली बार
जब तुम मुझसे मिलना
तन नहीं
तुम अंतर्मन हो जाना
तेरा एहसास
बन जाए मेरी साँस
इतनी तुम सघन हो जाना
अगली बार
जब तुम मुझसे मिलना
मुझे पहचानना मत
मत करना कोई वायदा
मत छूना मुझे छुवन से
गुजरने देना मुझे
अनजानी चुभन से
पूरी की पूरी कविता लाजवाब......!!
बहुत सुन्दर ....वाह......!!
Mere "kahanee" blogpe tippneeke liye bohot,bohot dhanyawad!
Aapki uprokt rachna mujhe nishabd kar gayee...! Aise ehsaas kiseeke naseeb hon,to wo sirf khush naseeb nahee...usse kaheen badhke...!
varma ji aap ki sabhi kavitai pdhi achchi lagi lagta hai aap har tarh ki kavita likh sakta hai
very good
kya kavita likthe hai aap
aapjitney sundar hai utjni sundar aapki kavita liktien hain mujhe toh lagta hai aap bhaoot achchai teacher bhi hoonge
agli baar jab tum mujhse milna kavita pasand aai
shobha kathait
agli baar jab tum mujhse milna kavita pasand aai
shobha kathait
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