तीन स्थितियां तीन शब्द चित्र
धूप में
भूखा-प्यासा
जलता रहा सूरज
फिर भी
पूरे दिन
चलता रहा सूरज
.
तुम्हारी चुप्पी के
उस कथन को
सुनता रहा मैं.
सुन न पाया
तदुपरांत जो कुछ
कहती रही तुम.
.
कार्यालय के
पिछली गेट से निकल गए
पार्टी प्रवर्तक
मुख्य द्वार पर
ठगे से खड़े रह गए
सम अर्थक
5 टिप्पणियां:
जय हो...
विसंगतियों की सुन्दर व्यंजना !
बहुत सुंदर ...चुप्पी के कथन को सुनना ...गहन भाव
तीनों ही अर्थपूर्ण!
गहन अर्थ समाये लाज़वाब शब्द चित्र...
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