शनिवार, 7 अप्रैल 2012

तीन स्थितियां तीन शब्द चित्र



धूप में
भूखा-प्यासा
जलता रहा सूरज
फिर भी
पूरे दिन
चलता रहा सूरज
.
तुम्हारी चुप्पी के
उस कथन को
सुनता रहा मैं.
सुन न पाया
तदुपरांत जो कुछ
कहती रही तुम.
.
कार्यालय के
पिछली गेट से निकल गए
पार्टी प्रवर्तक
मुख्य द्वार पर
ठगे से खड़े रह गए
सम अर्थक

5 टिप्‍पणियां:

Arun sathi ने कहा…

जय हो...

प्रतिभा सक्सेना ने कहा…

विसंगतियों की सुन्दर व्यंजना !

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बहुत सुंदर ...चुप्पी के कथन को सुनना ...गहन भाव

Smart Indian ने कहा…

तीनों ही अर्थपूर्ण!

Kailash Sharma ने कहा…

गहन अर्थ समाये लाज़वाब शब्द चित्र...